भारत ने 22 एप्रिल 2025 पहलगाम हामला का जमकर बदला लिया है. तीन दशकों से आतंकियों को पहना दे रहे पाकिस्तान को भारतीय सेना ने जवाब दिया है. 7 मइ मंगलवार आधी रात को ‘’ आँपरेशन सिन्दूर ‘’ के जरीए 9 आतंकी कैंपों को तबाह कर दिया गया।

भारत के सशस्र बलों ने पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर ( POK) पर अचानक हामला किया है और तीन प्रनुख आतंकवादी संगठनों: लश्कर –ए-तैयबा (LET) तैश-ए-मोहम्मद ( JEM) और हिताबुल मुजाहिदीन के मुख्यालय को नष्ट कर दिया है। 90 से ज्यादा आतंकी मारे गए हैं. भारतीय सेना ने इस कारवाइ को औपरेशन ‘’सिन्दूर’’ के नेम से मंगलवार रात 1 बजकर 5 मिनट से 1 बजकर 30 मिनट तक अंजाम दिया।

घटना की अनुसार चार अज्ञात आतंकवादियों ने भारत का स्वर्ग कास्मीर के पेहलगाम क्षेत्र की प्राकृतिक सुंदरता का आनंद ले रहे 26 निर्दोष पर्यटकों को उनके परिवारों के सामने मार डाला। फिर धर्म के बारे में से पूछें जो इसलामी धर्म, कलमा जानते थे वे पीछे रह गये। उन्होंने हिन्दु लोगों को मार डाला। वह उस क्षेत्र के एक मुस्लिम युवक की रक्षा करने गए थे और आंतकवादी हमले में उनकी जान चला गई।

इस घटना में पूरे विश्व सहित देश के सभी लोगों को गहरा आघात पहुंचाया। देश के सभी नागरीकों ने आतकवाद के खिलाप आवाज उठाई। आतकवादियों के खिलाप कड़ी कारवाई की मांग की गई। अंतत: सरकार ने शक्तिशाली भारतीय सेना को 7 मई 2025 को आतंवाद के विरूद्ध में सामरीक अभीजान शुरू करने का आदेश मिला, जिसका नाम ‘’आँपरेसन सिन्दुर’’ रखा गया।
समवार 6 मई 2025 सरकारी घोषणाएँ । उन्होंने कहा कि देश के 244 जिलों में युद्धाभ्यास किया जाएगा. मंगलवार अर्थात् 7 मई 2025 को प्रशिक्षण के सामान्य प्रारूप की घोषणा की गयी. बताया गया कि बुधवार शाम 4 बजे सभी जगह वाँर ( war) अलर्ट सायरन बजाया जाएगा, सरकार के इस फैसले से संकेत मिला कि जल्द ही युद्ध हगा ।मंगलवार आधी रात को अचानक भारतीय सेना के सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर एक खबर आई । ऊपर लिखा था- आँपरेशन सिन्दुर नीचे हैजटैक के साथ कैप्शन था। – Justice Served # इसका मतलब यह था कि न्याय हुआ। पूरा देश स्तब्द था। दुनिया सतर्क और जाग्रत थी। सबसे नीचे लिखा है- जय हिंद.
भारतीय सेना की इस खबर में बताया गया है कि भारत ने पहलगाम हमले का जमकर बदला लिया है.नागरिकों को अब ओर इंतजार नहीं करना पड़ेगी। भारतीय सेना ने कड़ी प्रतिक्रीया दी है। रात 1 बजकर 5 मिनट से 1 बजकर 30 मिनट तक, लक्षित हमले हुए और मुख्य रूप से स्काइपर क्रूज़ मिसाइलों और हामोर बमों से हमला किया गया। 25 मिनट के इस समय में तीन बड़े आतंकी संगठनों के सभी बड़े कैंप तबाह हो गए।
आँपरेशन सिंन्दूर की पुरी काहानी- 7 मइ 2025 मंगलवार अधी रत को ‘’आँपरेशन सिन्दुर’’ माध्यम से भारत ने पहलगाम हामले का जमकर बदला लिया हैं। तीन दशकों से आतंकियों को पनाह दे रहे पाकिस्तान को भारतीय सेना ने जवाब दिया है। इसा वजह से सिमा आसपास नौ आंतकी कैंपों को तबाह कर दिया गया है।
इस आश्चर्यजनक हमला में, भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान और पाकिस्तान के कव्जे वाले कश्मीर (POK) पर हमला किया और तीन प्रमुख आतंकवादी संगठनों लश्कर-ए-तैयबा (LET) जैश-ए- मोहम्मद( JEM )और हिजाबुल मुजाहिदीन के मुख्यालय को नष्ट कर दिया।
पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के मुजफ्फराबाद में सबाइ नाला कैंप,पाकिस्तान के मुरीदिक, पाकिस्तान के सियालकोटा में सरजल कैंप, पाकिस्तान कब्जे वाले कश्मीर के भीमबर रेलयला में मरकज अहेल हदित पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के कोटली में मरकज अवाब, पाकिस्तान के सियालकोटा में महमुना जोया कैंप, बहाबसपुर, पाकिस्तान के मरकज सुवन अल्लाह,पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में सिदेना बिलाल कैंप के खिलाप कारवाई की गई है। मुजफ्फराबाद और मस्कर रहिल साहिद गुलपूर कैंप पर यह कारवाई की गई है।
अधी रात को जव पाकिस्तान सो रहा था तो भारतीय सेना ने इन आतंकी ठिकनों पर जबरदस्त हमला किया था। इस आँपरेशन को थल सेना वायुसेना और नौसेना के संयुक्त आँपरेशन के तौर पर अंजाम दिया गया. सेना के मुताबिक इक आँपरेशन में तीनों आतंकी संगठनों के कैंप तबाह हो गए।
एक प्रेस काँन्फ्रेंस में कर्नल सोफिया कुरेशी और विंग कमांडर भोमिका सिंह ने आँपरेशन सिंन्दुर के बारे में जानकारी दी। कर्नल सोफिया कुरेसी ने कहा, भारत पर लगातार आतंक हमलों होराहा है, इस का जबाव दिया गया है। भारत ने पिछले तीन दशकों से पाकिस्तान की आतंकवादी गतिविधियों का जवाब दिया है। उन्होंने कहा भारत ने जिन 9 आतंकी कैंपों पर कारवाई की है, वहां से आतंकियों को प्रशिक्षित होने के वाद भारत में हिंसा भड़काई है, मुजफ्फराबाद सबाइ नाल कैंप लश्कर-ए-तैयबा का ट्रेनिंग कैंप है.वही से प्रशिक्षित आतंकियों ने2024 में गुलमर्ग और सोनमर्ग में हमला किया था। पहलगाम हमले में भी इसी कैंप पर आतंकी हमला हुआ था>
क्रस अफ सिग्नालेर लेफ्टनाल कर्ऩल सफिआ कुरैशी ने 2016 में इतीहास रचा दिया। उन्होंने पहली महीला अधिकारी के रूप में फोर्स 18 में भारतीय सेना के संयुक्त युद्धाभ्यास में कर्नल कुरैशी ने नेतृत्व किया,लेकिन 35 साल की उम्र में , कुरैशी अभ्यास में भाग लेने वाले सभी देशों के बीच एकमात्र महिला कंटिजेट कमांडर थीं। 2 मार्च से 8 मार्च 2016 तक पुणे में सैन्य अभ्यास आयोजित किया गया। इसमें रूस अमेरीका,दक्षिण कोरीया,जैसा एशियाई देश शामिल हैं।
Colonel Sophia Qureshi -: भारत एक लोकतंत्रिक,सर्वभौमिक और समतावादी राष्ट्र है। इसकी एकता ही इसकी पहचान है और आँपरेशन सिन्दुर के माध्यम से इस ने पूरे विश्व को एक सर्वभौमिक लोकतंत्रिक राष्ट्र के विचार से परिचित कराया है। पाकिस्तानी आतंकी शिविर पर हमले के बाद भारतीय सेना में मुस्लिम महिला कर्नल सफिया कुरैशी और हिन्दु महिला भौमिक सिंह द्वारा की गई प्रेस मिट भारत की नारी शक्ति और धर्मनिरपेक्षता का प्रमाण है। उनका तीखा बयान न केवल भारत के आतंकवाद विरोधी परिप्रेक्ष्य को दर्शाता है। बल्कि यह भी दर्शाता है कि भारत किस प्रकार अपनी सेना के माध्यम से महीलायों को शशक्त बना रहा है। तो आइए जानें सेना की इस प्रतीभाशाली महीला के बारे में ।

न्युजीलैंड, और आँस्ट्रेलिया जैसे देश शामिल थे. इस समाहारो में कुरैशी ने भारत का नेतृत्व किया. उनका मुख्य काम शांति स्थापना अभियानों में प्रशिक्षण इनपुट प्रदान करता है।ये काम भी उनके परीवार से जुड़े है। क्योंकी उनके दादा से लेकर उनके पती तक सभी ने भारतीय सेना में शामिल होकर देश की सेवा की है। कर्नल सोफिया कुरैशी 1990 बैच की कमीसन अधीकारी हैं जो तीन दशकों से अधीक समय से भारतीय सेना में सेवा कर रही हैं। उनकी अदम्य इछाशक्ति और साहस के लिए हमेशा उनकी प्रशंसा की जाती है। सेवा के इन लंबे वर्षों के दौरान उन्होंने कई पदों पर कार्य किया।
Wing commander Vyomika singh in hindi-: सफिया क्यरैशी के साथ बिंग कमांडर भौमिका सिंग भी आँपरेशन सिंन्दूर की महिला लड़ाकों में से एक थी। आइए जानें बहादुर और मजबूत महिला समांडर भौमिका सिंह के बारे में ।

विंग कमांडर बोमिका सिंह पहले ही उच्च जोखिम वाले उड़ान अभिजानों में अपना कौशल दिखा चुके हैं। वह भीरतीय वायुसेना का जाना-माना नाम हैं और पूर्वत्तर रज्यों में भीषण बाढ़ के दौरान उन्होंने जो बहादुरी दिखाई, इससे सभी लोग हैरान हो गए । इसक के लिए उन्हों सम्मानित किया गया। 2004 में वह भारतीय वायु सेना में सामिल हुए। कंमाड़र बोमिका सिंह को हेलीकोप्टर उड़ाने का काफी अनुभव है। उहोंने अपनी क्षमता के अनुसार चेतक और चीता जैसे हेलीकाँप्टरों को उड़ाना चुना है, 2017 में उन्हें विंग कमांड़र के रूप में पदोन्नत किया गया था। विंग कमांड़र ब्योमिका का स्कूल के दिनों से ही आसमान में उड़ने की चाहत रखती थीं। यही सपना उन्हें भारतीय वायुसेना की और खींच लाया। उसका नाम ही सब कुछ कह दाता है। इस नाम का अर्थ है ,सदैव आकाश में रहने वाली या आकाश की पुत्री । बोमिका , जो बचपन में आकाश में उड़ना चाहती थी,अपना सपने को पूरा करने के लिए एनसीसी NCC) में शामिल हो गई और इंजीनियरिंग की डिग्री के साथ स्नातक की उपाधि प्राप्त की । वह भारतीय सेना में शामिल होने वाले अपने परिवार के पहले सदस्य हैं । बोमिका पहली बार भापतीय वायु सेना में हेलीकाँप्टर पयलट के रूप में शामिल हुई। दिसंबर 2019 में उन्हें प्लाइंग ब्रांच में स्थाई नियुक्ति मिल गई. बोमिका हपले ही 2500 घंटे से अधीक की उड़ान भर चकी और कई अभियानों में शामिल रही है।